अगर आप इंजीनियरिंग के फील्ड में करियर बनाने की चाहत रखते हैं तो आपके लिए Electrical Engineering बेहतर कैरियर ऑप्शन हो सकता है। यह सेक्टर जॉब की संभावनाओं और मांग के मामले में सदाबहार विकल्प है। घरेलू उपयोग से लेकर औद्योगिक और स्पेस एप्लिकेंशस तक हर क्षेत्र में इलेक्ट्रि‍कल इंजीनियर की जरूरत होती है। ऐसे में electrical engineering फील्ड कैरियर के लिहाज से काफी अच्छा माना जाता है।











इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के लिए 12 वीं के बाद आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा या बीटेक कर सकते हैं। Electrical Engineering course करने के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ से 12 वीं पास होना जरूरी है। गवर्नमेंट कॉलेज में इस कोर्स में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। वंही कुछ प्राइवेट कॉलेज में भी एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर प्रवेश मिलता है। बीटेक कोर्स 4 साल और डिप्लोमा कोर्स की अवधि 3 साल होती है। 10वीं पास स्टूडेन्ट भी डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स कर सकता हैं। लेकिन 10वीं साइंस स्ट्रीम से होना जरूरी है।




Electrical Engineering Course :-

बीटेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
बीई इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
एमटेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग





Career Scope in Electrical Engineering :-

आज के समय मे हमारी जिंदगी में आधुनिक मशीनों और गैजेट्स के बढ़ते इस्तेमाल की वजह से उपकरणों को ज्यादा सक्षम, नियंत्रण योग्य और विश्वसनीय बनाने की जरूरत होती है। इस बढ़ती मांग की वजह से इलेक्ट्रिकल इंजीनयर के रोजगार की संभावनाएं बढ़ रही है। Electrical Engineering के क्षेत्र में सेमीकंडक्टर, नेटवर्किंग, कम्यूनिकेशन नेविगेशन सिस्टम, कंप्यूटर्स एंड डाटा एनालिसिस जैसे उन्नत टेक्नोलॉजी वाले क्षेत्रों में तेजी से मांग बढ़ रही है।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट के लिए इंस्टीट्यूटस और कंपनियां नए क्षेत्रों में रिसर्च के लिए भी निवेश कर रही हैं इन क्षेत्रों में डिस्ट्रीब्यूटेड ग्रिड कंट्रोल, स्मार्ट ग्रिड, गैर-पारंपरिक उर्जा के स्रोत, समुद्र के भीतर से तेल और गैस निकालने का काम जैसे एनर्जी सेक्टर में काफी रिसर्चर के लिए मौके मिलते हैं।
इसके अलावा डाटा डिजिटाइजेशन सेक्टर में जॉब के अवसरों की काफी अच्छी संभावनाएं हैं।





Electrical Engineering में जॉब के क्षेत्र :-


Electric power generating installations
Electricity transmission and distribution organizations
Navigational equipment manufacturing industries
Aerospace manufacture industry
Automobile Industry
Architecture and construction firms
Engineering services
Government electrical works department
Armed forces
Indian Railways
Hospitals
Airports Authority of India